हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मदरसा नाजिमिया में आयतुल्लाह सैयद हमीदुल हसन ने मुहर्रम के पांचवें दिन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म के लोगों की किताबें मदरसा वैज़िन के पुस्तकालय में लिखी गई हैं और उन्होंने इसके बारे में चार वेद लिखा है ।
उन्होंने कहा कि इन्हें पढ़ना बहुत जरूरी है क्योंकि हमारे देश में बेकार चीजों का भी सेवन किया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सभी धर्मों के लोग हैं, हम उनके साथ शांति से रहते हैं, यह एक मिसाल है।
उन्होंने कहा कि किसी भी चीज को वस्तु के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को देखा जाना चाहिए। आयतुल्लाह ने सभी धर्मों के बीच एकता पर जोर दिया। अंत में उन्होंने हजरत औन और मुहम्मद की शहादत का वर्णन किया।